A Review Of bhoot wali kahani

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छोड़ दे मुझे माफ़ करदे "। मैं हात जोड़कर रोते हुवे उसे कहता रहा और हल्के से उस अनदेखी ताकत ने मेरे शरीर से अपने को हतालिया और फिरसे शरीर हल्का होगया।

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आदमी हंसते हुए जवाब दिया, “हां, वे लोग हमें अजीब बुनियादी बातें कहते हैं, लेकिन इसमें कोई सत्य नहीं है। हम यहाँ शांति से रहते हैं और किसी को तंग नहीं करते।”

राजू ने खुशी से भरा हुआ हृदय के साथ खिलौना समझाया, “तुम मेरी पूरी जिंदगी को रंगीन और सुखद बना सकते हो?

 उस शोरूम के मालिक के पिता ने उस शोरूम को बनवाया था। फिर जब उस शोरूम की बडी तरक्की हुई और बॉलीवुड के लोगों को कास्ट्यूम सेल करनेवाली शोरूम कहलाई तब उनकी तरक्की न सहते हुए उन्हें उनके द्वेषियों ने गुंडा लोगों को भेज कर उनका कत्ल करवाया। जब वे ज़िंदा थे तब शोरूम के हर सदस्य में प्रामाणिकता, निष्ठा और मेहनत की अपेक्षा करते थे। कोई उद्योगी अगर कोई अप्रामाणिक काम, धोखेबाज़ी आदि करता था तो उससे दंड देते थे।

जैसे-जैसे वे गहराई में जाते गए, पानी टपकने की आवाज गूंज उठी, जिससे माहौल और भी डरावना हो गया। अचानक, उन्होंने एक धीमी गड़गड़ाहट सुनी, और उन्हें अंधेरे में चमकती हुयी आँखें दिखी।

” जादूगर ने हंसते हुए कहा, “हाँ, राजू, लेकिन यह तुम्हारे मन की पथरीली दुनिया में होगा, जो तुम्हें सच्ची खुशी देगी।”

जैसे ही श्राप उठा, वह आत्मा राम और सोनू को उनकी बहादुरी और दया के लिए धन्यवाद दिया, और उस गुफा को छोड़कर हमेशा के लिए चली गई। कुत्ता, जो अब श्राप से मुक्त हो गया था, उसने अपनी पूंछ को कृतज्ञतापूर्वक हिलाकर राम और सोनू को धन्यवाद दिया।

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गाँव के लोग बताते है कि उस लड़के को अपने पिता के जंगल में बुलाने की आवाज़ आई थी और वो उनकी आवाज के पीछे-पीछे उस जंगल में चला गया और फिर कभी किसी ने उसे नहीं देखा।

आदमी हंसते हुए उत्तर दिया, “भूत? नहीं, यहाँ कोई भूत नहीं है। मैं यहाँ एक महिला के साथ रहता हूँ और हम यहाँ शांति से जी रहे हैं।”

गौरब एक पंडित को लेकर उस घर में जाता है और पूजा पाठ करवाता है। इससे उस आत्मा को उस घर से मुक्ति मिल जाती है और वह गौरब का धन्यवाद करती है। गांब वाले सभी गौरब के इस कारनामे से प्रसन्न होते है और उसे इनाम देते है।

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